जंग की शुरुआत हो चुकी है, PAK ने चीन से किया पांच अरब डॉलर में सौदा
पाकिस्तान की अगली पीढ़ी की पनडुब्बी कार्यक्रम के प्रमुख और वरिष्ठ नौसेना अधिकारियों ने रक्षा मामलों पर नेशनल एसेंबली की स्थाई समिति को 26 अगस्त को इस सौदे की जानकारी दी। ये सौदा लगभग चार से पांच अरब डॉलर का होगा। इसके मुताबिक, समिति के सदस्यों को नौसेना अधिकारियों द्वारा दिए बयान से जाहिर होता है कि अगली पीढ़ी की पनडुब्बियां आगे बढ़ रही है। अप्रैल में पाकिस्तान नौसेना के एक सीनियर अधिकारी ने घोषणा की कि कराची शिपयार्ड एवं इंजीनियरिंग वर्क्स (केएसईडब्ल्यू) ने आठ पनडुब्बियों में चार खरीदने के लिए एक अनुबंध सुनिश्चित किया है जिन्हें एयर इंडीपेंडेंट प्रोपल्शन प्रणालियों के साथ जोड़ा जाएगा। माना जा रहा है कि पाकिस्तान ये पनडुब्बियां भारत से तनाव के चलते खरीद रहा है।
खबर के मुताबिक, पाकिस्तान का सुख-दुख का साथी कहे जाने वाले चीन द्वारा पाकिस्तान को कम ब्याज पर परियोजना के लिए एक दीर्घकालीन ऋण दिए जाने की उम्मीद है। अभी इस बात की आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हो सकती है कि पाकिस्तानी नौसेना को चीन किसी तरह की पनडुब्बियों की आपूर्ति करने वाला है।
पाकिस्तान की ओर से पनडुब्बी खरीद की यह रिपोर्ट ऐसे समय आई है जब भारत की नई स्कार्पीन पनडुब्बियों की गोपनीय जानकारी लीक होने की खबर सुर्खियों में है। एक ऑस्ट्रेलियन अखबार ने वे खास अंश प्रकाशित किए हैं जिसमें स्कार्पीन की मुकाबला करने की क्षमता के अलावा अन्य महत्वपूर्ण जानकारी भी दी गई है। लेख में स्कार्पीन से जुड़ी संवेदनशील जानकारी है लेकिन इससे यह जानकारी मिलती है कि दुनिया के सबसे बड़े रक्षा सौदों में से एक, इस सौदे में रक्षा परियोजनाओं की गोपनीयता के करार का कहीं ना कहीं उल्लंघन हुआ है।
गौरतलब है कि स्कार्पीन पनडुब्बी को फ्रांस की कंपनी डीसीएनएस ने डिजाइन किया है और यह 3.5 अरब डॉलर की लागत से मुंबई में तैयार की जा रही हैं। उधर, भारतीय नौसेना ने कहा है कि वह लीक के इस मामले को पूरी गंभीरता से ले रही है और फ्रांस से इस मामले में सरकार के समक्ष रिपोर्ट पेश करने को कहा गया है।
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